Sunday 12 April 2020

क्वारंटाइन बनाम क्वालिटी टाइम

आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई  
व्यस्त हैं किसी के पास समय नहीं होता हैं ।ऐसे 
में जीवन का स्थित हो जाना किसी जंग से कम नहीं ।
कोविड 19  के चलते आज शहर की सड़कें सूनी हैं ,
मोहल्ले का शोरगुल न जाने कहां गुम सा गया है । इन सब चीजों में मुझे एक सकारात्मक पहल भी दिखी । कुछ लोग मदद के लिये आगे आये और जरुरत मंदो की मदद भी की ।हमारे कार्य चाहे वो अच्छे हो या बुरे सबका हिसाब होता हैं इसलिए तो कहते है कर्म करो फल की चिंता मत करो ।जैसा कर्म करोगे वैसे उसका फल भी मिलेगा । इस समय सबसे बडी़ चुनौती घर पर रहना लगता है क्योंकि अपने काम की व्यस्तता के चलते हम सभी घर पर शायद रहना भूल सा गये थे । पर ये भी अच्छा ही हुआ ।आज काफी समय बाद ऐसा मैंने महसूस किया कि घर में मिलकर एक दूसरे के कामों में हाथ बंटाना , साथ बैठकर टीवी देखना , मिलकर साथ खाना खाना , ये सभी चीजें हमारे जीवन में वापस आ गया है , जिसे समय की रफ्तार में  न जानें कहां खो दिया था हम सभी ने । पहले हमारे पास साधन सीमित होते थे और हम उन्हीं सीमित साधनों में खुशी से रहते थें , लगता है वही दौर लौट कर हमारे सामने आया है और हमें आईना दिखा रहा है कि हमने कुछ पाने के लिये अपना बहुत कुछ पीछे छोड़ आये है । वक्त है अभी भी संभल जाओ क्योंकि बिता हुआ पल वापस नहीं आता । आतीं है तो सिर्फ यादें ।